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शनिवार, 16 मई 2009

तारे ...


तारे आसमान में चमकते है

बादल दूर है फिर भी बरसते है

हम भी कितने पागल है

आप हमारे दिल में रहते है

और हम मिलने को तरसते है

6 टिप्‍पणियां:

rajesh singh kshatri ने कहा…

meri dosti mera pyar me aap sabhi ka swagat hai

o my love ने कहा…

bahut sundar

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

वाह बहुत खूब

ज्योति सिंह ने कहा…

khoobsurat ahsaas hai magar ru -b-ru hona chahti hai zindagi ....umda

बेनामी ने कहा…

hi dear, u have a nice blog..
pls check mine too n share ur thoughts with me.......
thanx

keep bloging..

अरुणेश मिश्र ने कहा…

प्रशंसनीय ।